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सच्ची प्राथना

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भाइयों और बहनों, हम परमेश्वर पर विश्वास करने के बाद से हर दिन प्रभु से  प्रार्थना  करते हैं। लेकिन क्या आपने समस्या को खोजा है? कई बार हम परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं, लेकिन हमें परमेश्वर की ओर से प्रतिक्रिया नहीं मिलती है। क्या आप इस समस्या को हल करना चाहते हैं? वास्तव में, केवल तभी जब हम परमेश्वर की वर्तमान इच्छा और मांगों के अनुरूप प्रार्थना करते हैं, हम परमेश्वर की स्तुति और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। निम्नलिखित  बाइबल  छंद पढ़ें प्रार्थना से संबंधित और लेखों को पढ़ें और आपको परमेश्वर द्वारा सुनी गई प्रार्थनाओं को करने का तरीका मिलेगा। परमेश्वर ईसाइयों को क्यों कष्ट सहने देते हैं? "तुम माँगते हो और पाते नहीं, इसलिए कि बुरी इच्छा से माँगते हो, ताकि अपने भोग विलास में उड़ा दो"  (याकूब 4:3) । "इसलिए तुम चिन्ता करके यह न कहना, कि हम क्या खाएँगे, या क्या पीएँगे, या क्या पहनेंगे? क्योंकि अन्यजाति इन सब वस्तुओं की खोज में रहते हैं, और तुम्हारा स्वर्गीय पिता जानता है, कि तुम्हें ये सब वस्तुएँ चाहिए। इसलिए पहले तुम परमेश्‍वर के राज्य और धार्मिकता की खोज करो तो ये सब वस्त

मसीह कलीसिया का दुलहन

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  मसीह कलीसिया का दुलहन                                                      pr surendra bandhav   Simla church Shumla church Skip to ccoco Search Kalishiya masih ki Dulhan Kya arth hai?/ कलीसिया मसीह की दुल्हन क्या अर्थहै  Reading Time:  5   mint कलिशिया मसीह  कि दुल्हन हैं इसके बारे में या ये अलंकार जो है पौलुस ने इफिसियों की पत्री में इस शब्द का जिक्र करता हैं।   इफिसियों 5:22-23   जब पौलुस पति और पत्नी कर विषय में समझता है। तब वहाँ पर  पौलुस इस भेद को   कलीसिया मसीह की दुल्हन   है बताता हैं।  कलीसिया और मसीह  कलीसिया मसीह की दुल्हन है । और जैसा पत्नी अपने पति के अधीन रहती हैं और पति पत्नी का सिर हैं ठीक वैसे ही कलीसिया को मसीह के अधीन रहना है और मसीह कलीसिया का सिर है। जैसे पति के बीच में एक एकता होती है प्रेम होता है वैसे ही कलीसिया के मसीह के प्रति प्रेम है।  जब भी जोई जन यीशु मसीह को अपने उद्धारकर्ता के रूप में ग्रहण करता है। वह जन उसी समय मसीह की देह यानि के कलीसिया में जुड़ जाता हैं। वह मसीह की दुल्हन के साथ की हड्डी और मांस में जुड़ जाता है  इफिसियों 5:30 ; एक व्य